क्या एक यहूदी ने अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलौहि व सल्लम की सेवा की ॽ
क्या एक यहूदी बच्चे ने अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलौहि व सल्लम की सेवा कीॽ
प्रश्न: 104710
अल्लाह की हमद, और रसूल अल्लाह और उनके परिवार पर सलाम और बरकत हो।
हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिएयोग्य है।
जी हाँ, सहीबुख़ारीऔर इसके अतिरिक्त अन्य किताबों मे साबितहै कि एक यहूदी बच्चा नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की सेवा किया करता था। एक बारवह बीमार हो गया तो अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम उसकी अयादत करने केलिए गये, और उस के ऊपर इस्लाम को पेश किया। इसकी कहानी इस प्रकार है जैसाकि अनसबिन मालिक रज़ियलल्लाहु अन्हु ने बयान किया है किः “एक यहूदी बच्चा अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम कीसेवा किया करता था, तो वह बीमार पड़ गया। चुनाँचे अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहिव सल्लम उसे देखने के लिए गए। आप उस के सिर के पास बैठ गए। फिर आप ने फरमायाःइस्लाम ले आ। तो उस ने अपने पिता की ओर देखा जो कि उस के सिर के पास बैठा था, तोउस के पिता ने उससे कहा : अबुल क़ासिम (अर्थात मुहम्मद) सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लमकी बात मान लो। चुनाँचे वह मुसलमान हो गया। तो नबीसल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम यह कहते हुए बाहरनिकले कि : सभी प्रशंसायें उस अल्लाह केलिए योग्य हैं जिस ने उसे नरक के आग से बचा लिया।” इसहदीसकोबुख़ारी (हदीस संख्याः 1356)ने रिवायत किया है।
लेकिन स्रोतों में हमें इस बच्चे के नाम का, तथा उसके रसूलसल्लल्लाहु अलौहि व सल्लम की सेवा करने के बारे में किसी चीज़ का उल्लेख नहीं मिलताहै। और न ही इस बात का उल्लेख किया गया है कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम नेउसकी सेवा किस कारण स्वीकार की।
हाफ़िज़इब्नेहजर “फ़तहुलबारी” (3/221)मेंकहते हैं कि :
“(एक यहूदी बच्चा अल्लाह के नबी की सेवाकरता था) मुझे इस बच्चे का नाम किसी भीमौसूलसनदमें नहीं मिला, किंतु इब्नेबशकुवालने वर्णन किया है कि “अल-अतबियह” के लेख़कने“ज़ियाद शैतून” सेनक़लकिया है कि इस बच्चे का नाम “अब्दुल क़ुद्दूस”था। इब्ने हजर कहते हैं : यह कथन गरीब है, मैं ने इस बात को उनके अलावा किसी और केयहाँ नहीं पाया।” अंत हुआ।
यहाँ पर केवल इतनी बात है कि कुछमुफ़स्सेरीन ने इस बच्चे की ओर अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहुअलैहि व सल्लम पर जादू करने में साझेदारी करने की बात मंसूब की है, इस प्रकार किउसी ने अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के बालों में से कुछ बाल लेकर उसेयहूदीजादूगर लबीद बिन आसम तक पहुँचाया।लेकिन इस उद्धरण की प्रामाणिकता साबित नहीं है।
इमाम क़ुरतुबी “अल जामिओलि अहकामिल क़ुर्आन” (20/232)मेंकहते हैं कि :
“क़ुशैरी ने अपनी तफ़्सीर में उल्लेख किया है कि सहीहहदीसों में वर्णित है किः एक यहूदी बच्चा अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलौहे व सल्लमकी सेवा किया करता था तो यहूदियों ने उसे गुप्त रूप से आप के खिलाफ षड़यंत्र मेंलगा दिया, और लगातार उसके साथ लगे रहे यहाँ तक कि उसने आप सल्लल्लाहु अलेहि वसल्लम के सिर के कंघे से टूटे होई बाल ले लिए, तथा आपकी कंघी के कुछ दांत भी लेलिए, और उन्हें यहूद को दे दिए, चुनाँचेउन्हों ने उसमें आप पर जादू कर दिया, औरइस काम को करने वाला लबीद बिनआसम नामी यहूदी था।”
तथा इसी तरह की बात इब्नुल जौज़ी की किताब”ज़ादुलमसीर” (9/270) में भी देखी जा सकती है।
यहूदी बच्चा के नबी सल्लल्लाहु अलेहि व सल्लम की सेवा करनेके क़िस्से से सहिष्णुता, सहनशीलता, क्षमा और विनम्रता का प्रदर्शन होता है जो नबीसल्लल्लाहु अलेहि व सल्लम अपने दयापूर्ण दिल में रखते थे, आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम सभी लोगों के लिए दयावान व करूणा का भण्डार थे, उन सब के लिए भलाई की आशारखते थे और उन्हें बुराई से सावधान करते थे। अतः आप ने इस यहूदी बच्चे की उसके घरमें जाकर ज़ियारत करने में संकोच नहीं किया, तथा आप ने लोगों को इस्लाम की तरफ़दावत देने और उनका मार्गदर्शन करने में कोई अवसर हाथ से जाने नहीं दिया। किंतुउन्हों ने आप के साथ फरेब और छल किया, आपकी हत्या करने का प्रयास किया और आपकेखाने मे ज़हर मिलाया।
यहूदियों के साथ व्यवहार में नबी सल्लल्लाहु अलेहि व सल्लमके तरीक़े के बारे में विस्तार से जानने के लिए प्रश्न संख्या (84308) का उत्तरदेखें।
औरअल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है।
स्रोत:
साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर