जी हाँ, इसके लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु है और वह शहादतैन (दो गवाहियों) का बोलना अर्थात् “ला इलाहा इल्लल्लाह” और “मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह” का इक़रार करना है। और आपके प्रश्न का यही एकमात्र उत्तर है। (और अधिक विस्तार के लिए वेबसाइट की सेवाएं, इस्लाम स्वीकार करना अनुभाग के अंतर्गत प्रश्नों विशेषकर प्रश्न संख्या : 378 देखें)।
इस धर्म में आपका स्वागत है, और जिस चीज़ की तरफ आप ध्यानमग्न हुए हैं उस पर आपको बधाई देते हैं। अल्लाह तआला आप को हर बुराई से बचाए।