मेरा भाई अपनी बच्ची का नाम “इराम फातिमा” रखना चाहता है, तो क्या यह नाम उचित है, और क्या उसका कोई अर्थ है ॽ कृप्या सुझाव दें।
लड़की का नाम “इराम फातिमा” रखने में कोई समस्या नहीं है
प्रश्न: 161014
अल्लाह की हमद, और रसूल अल्लाह और उनके परिवार पर सलाम और बरकत हो।
सभी प्रशंसाऔर गुणगान केवलअल्लाह के लिएयोग्य है।
यदि “इराम फातिमा” नाम आपकी राष्ट्रभाषा में प्रचलितहै,और उसकाकोई ऐसा अर्थ नहींहै जो शरीअत केखि़लाफ है या शरीअतके शिष्टाचार केविरूद्ध -खिलाफेअदब- है : तो यह नामरखने में कुछ भीगलत नहीं है। क्योंकिधर्म संगत नामके लिए यह शर्तनहीं है कि वह किताबव सुन्नत में वर्णितहुआ हो,जिसतरह कि यह भी शर्तनहीं हैकि वह अरबी भाषाका शब्द हो,तथाशरीअत में कोईऐसा प्रमाण नहींहै जिसका यह मतलबहोता हो कि अरबके अलावा जितनेभी राष्ट्र हैंसभी लोग अरबी नामरखें। बल्कि अनिवार्ययह है कि वे ऐसेनामों से दूर रहेंजो अन्य धर्मोंवालों के साथ विशिष्टहैं, और जिनका उनधर्मों के अनुयायियोंमें अक्सर इस्तेमालहोता है,जैसे-जर्जिस,पुतरूस,यूहन्ना,मत्ता और इनकेसमान,तो मुसलमानोंके लिए ये नाम रखनाजाइज़ नहीं है ;क्योंकिइनके अंदर अन्यधर्मों के माननेवालों के साथ विशिष्टचीज़ से समानताऔर मुशाबहत पाईजाती है।” इब्नुल क़ैयिमकी किताब “अहकामो अह्लिजि़्ज़म्मा” (3/251) सेउद्धृत।
लेकिन यदिगैर अरबी भाषाका शब्द अच्छेऔर शिष्ट अर्थवाला हो तो उसकाइस्तेमाल करनेऔर उसके द्वारानाम रखने में कोईसमस्या नहीं है,संदेष्टाऔर ईश्दूत (उन परअल्लाह की दयाऔर शांति अवतरितहो) अपने और अपनेबच्चों के अच्छेनाम रखते थे,जिन्हेंवे अपनी रीति औरआदात से चयन करतेथे और उनमें अरबीभाषा की पाबंदीनहीं करते थे,उन्हींनामों में से : इस्राईल,इसहाक़,मूसा और हारूनहैं।
तथा इमाम अल-मावरदीरहिमहुल्लाह नेकुछ ऐसी बातोंका उल्लेख कियाहै जिनका चयन करनानामों के अंदरमुसतहब्ब (बेहतर)है,उन्होंने जो बातें कहीहैं उनमें से कुछयह हैं कि: “वह अर्थ केअंदर अच्छा हो,जिसका नामा रखाजा रहा है उसकीस्थिति के अनुकूलहो,उसकी श्रेणी,धर्मऔर पद वालों केनामों मेंप्रचलित हो।” अंत हुआ।
“नसीहतुलमुलूक”(पृष्ठः 167)
जबकि यह शब्द“इराम” अरबी भाषामें प्रयोग नहींहोता है,इसकेबारे में हम नेदूसरी भाषाओं मेंतलाश किया,तो (कुछवेबसाइटों मेंखोज के द्वारा)हमारे लिए स्पष्टहुआ कि “इराम” नाम जो कि कुछइस्लामी देशोंमें स्त्रियोंका नाम रखने मेंइस्तेमाल कियाजाता है, उसका अर्थ-उनकी भाष में- : स्वर्गमें एक बगीचा है।
यदि आपकी भाषामें उसका यही वास्तविकअर्थ है,तो यहनाम रखने में कुछभी गलत नहीं है,बल्किवह एक अच्छा अर्थहै, लेकिन उसे फातिमाके साथ जोड़ने काहमारे लिए कोईअर्थ स्पष्ट नहींहोता है,और र्स्वगसर्वसंसार की औरतोंको छोड़कर केवलफातिमा के लिएविशिष्ट नहीं है,इसलिए दोनों नामोंमें से किसी एकनाम पर ही बस करनाअधिक सुरक्षितहै : या तो फातिमा,और यातो इराम,यदियह आपके यहाँ प्रचलितहै।
स्रोत:
साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर