मुसलमान महिला के लिए दोनों में से कौन सा काम सर्वश्रेष्ठ हैः उसका अपने घर और पति के कर्तव्यों को पूरा करना, या ज्ञान प्राप्त करने के लिए फ़ारिग हो जाना और घर के कामकाज के लिए नौकरानी ले आना ?
हरप्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है।
जीहाँ, मुसलमान महिला के लिए अनिवार्य है कि जितना हो सके अपने धर्म की समझ और जानकारीप्राप्त करे, किंतु अपने पति की सेवा करना, उसका आज्ञापालनकरना और अपने बच्चों का पालन पोषण करना एक महान कर्तव्य है।
अतःवह ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रति दिन एक वक़्त मुक़र्रर कर ले, चाहे वह थोड़ा हीक्यों न हो, या छोटी बैठक ही क्यों न हो, या प्रति दिन पढ़ने के लिए एक समय निर्धारितकर ले और शेष समय उसके दैनिक कामों के लिए हो। बहरहाल, वह अपने धर्म की समझ व जानकारी प्राप्त करनानहीं त्याग करेगी, तथा अपने कामों और अपने बच्चों को भी नहींछोड़ेगी और उन्हें नौकरानी के हवाले नहीं कर देगी। चुनाँचे वह इस मामले में न्याय सेकाम लेगीः वह दीन की समझ हासिल करने के लिए एक समय निधारित कर लेगी चाहे थोड़ा ही सही,और घर के कामों के लिए एक समय निर्धारित कर लेगी जो उसके लिए काफी हो।