वर्गीकरण
शपथ व प्रतिज्ञा और मन्नत
- उस व्यक्ति पर क्या अनिवार्य है जिसने एक निश्चित समय पर कुछ करने की क़सम खाई, परंतु उसने ऐसा नहीं कियाॽ1,850
- अल्लाह की आयतों की क़सम खाने का हुक्म3,375
- क़सम का कफ़्फ़ारा विस्तार से क्या हैॽ1,023
- झूठी क़सम का प्रायश्चित केवल सच्ची तौबा ही कर सकती है1,125
- उसने क़सम खाई कि वह किराया चुकाएगा, फिर उसके साथी ने चुका दिया760
- उसे सच्ची या झूठी कसम खाने की आदत है, तो वह इन कसमों का प्रायश्चित कैसे करे?यह है कि जो क़सम आपने भविष्य में किसी चीज़ के करने या न करने पर खाई है, और उसे तोड़ दिया है, तो उसमें आप पर कफ्फारा अनिवार्य है। और जो क़सम आपने अतीत में किसी चीज़ पर खाई है कि आपने उसे किया था या नहीं किया था और आप उसमें झूठे हैं, तो उसपर कोई कफ्फारा नहीं है, और आपको अल्लाह के सामने तौबा करना चाहिए और अल्लाह तआला तौबा करने वाले की तौबा को स्वीकार करता है और क्षमा कर देता है। अल्लाह आपको सामर्थ्य प्रदान करे और आपके पापों को क्षमा करे।7,158
- उसने रमज़ान में रोज़ा तोड़ने की क़सम खाई942
- क्या तलाक़ की क़सम अल्लाह के अलावा की क़सम है?1,109
- कुछ न करने की क़सम खाने तथा अपनी क़सम न तोड़ने या उसका प्रायश्चित न करने की क़सम खाने का क्या हुक्म हैॽ1,588
- क्या क़सम से पलटना जायज़ हैॽ2,173