वर्गीकरण
कुर्आन का भाष्य
- अल्लाह के कथन : (إِنَّ الدِّينَ عِنْدَ اللَّهِ الْإِسْلَامُ) की व्याख्यासामान्य अर्थ में इस्लाम का मतलब है : सारे संसारों के पालनहार अल्लाह के प्रति समर्पण, अधीनता और आज्ञाकारिता, तथा अकेले उसी की इबादत करना जिसका कोई साझी नहीं है। विशिष्ट अर्थ में इस्लाम से अभिप्राय : वह दीन (धर्म) है जिसे हमारे नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम लेकर आए हैं, और जिसके अलावा अल्लाह किसी से भी कोई और धर्म स्वीकार नहीं करेगा।
- मैं अल्लाह तआला के नाम “अल-आला” के अनुसार कैसे अमल करूँ3,207
- क्या अल्लाह ने हवारियों पर थाल उतारा थाॽ1,140
- अकेले सर्वशक्तिमान अल्लाह से शिकायत कैसे करेंॽ4,253
- “अत्-तग़ाबुन” का अर्थ1,830
- क़ुरआन करीम में वर्णित “लिबास” शर्मगाह को ढँकने एवं श्रृंगार के लिए है2,014
- क्या ईसा अलैहिस्सलाम का अस्तित्व अल्लाह के फरमान : (وما جعلنا لبشر من قبلك الخلد) ”और हमने आपसे पहले किसी मनुष्य को अमरत्व नहीं प्रदान किया” के साथ विरोधाभास रखता हैॽ2,364
- शब्द “अस्साबिऊन” के ऐराब के बारे में प्रश्न करता है, और उस आदमी का खण्डन कैसे करें जो कहता है कि क़ुरआन में नह्वी (व्याकरण की) गलती है।9,369
- बिस्मिल्लाह की व्याख्या और उसके साथ क़ुरआन का पाठ आरंभ करने का हुक्म8,236
- अल्लाह तआला के कथन ‘‘महीनों का आगे पीछा करना, नास्तिकता के अंदर वृद्धि है’’ का अर्थ3,866