वह तहारत और नमाज़ कैसे अदा करे जबकि उसके दाहिने हाथ में पट्टी बंधी हुई हैॽ
दाहिने मोज़े से पहले बाएं मोज़े पर मसह करने का हुक्म
अगर मोज़े के ऊपर खुफ़ पहन ले तो दोनों में से किस पर मसह करेॽ
मोज़े का चमड़े का होना शर्त नहीं है
मोज़ों पर मसह करने के बाद यदि उन्हें उतार दे तो क्या इससे उसकी तहारत (पवित्रता) नष्ट हो जायेगी ?
उसने पवित्रता की हालत में मोज़ा उतार दिया फिर दूसरा मोज़ा पहन लिया और वुज़ूकर उस पर मसह किया फिर नमाज़ पढ़ी तो क्या उसकी नमाज़ सहीह है?
मोज़ों पर मसह करने की शर्तें
मोज़ों पर मसह करने की अवधि समाप्त होने के बाद पवित्रता का बाक़ी रहना
उसके मोज़े भीग गए और पानी उसके पैर तक पहुँच गया, तो क्या वह उन पर मसह कर सकता हैॽ
क्या गरमी में मोज़ों पर मसह करना जाइज़ है ?
पैंट से जुड़े हुए मोज़े पर मसह करने का क्या हुक्म हैॽ
मोज़े या जुर्राब पर मसह करने का तरीक़ा
क्यो मोज़े उतारने से वुज़ू टूट जाता है ?
पारदर्शी चिकित्सकीय मोज़े पर मसह करना
चमड़े के मोज़े या जुराब पर मसह करना उसी समय जायज़ है जब उन्हें पूर्ण शुद्धता (वुज़ू) की स्थिति में पहना हो
क्या विद्वानों की यह शर्त लगाने पर सर्वसहमति है कि मोज़े को दोनों टखनों को ढांकने वाला होना चाहिए?
यदि उसने फज्र के समय मोज़ा पहना है तो क्या वह अगली फज्र तक उसपर मसह करेगा?
क्या बीमारी के कारण एक लंबी अवधि के लिए मोज़ों पर मसह करना जायज़ है?
उसने निवासी होने के बावजूद तीन दिन मसह किया तो क्या वह दो दिन की नमाज़ें दोहरायेगा ॽ
उसने अपने मोज़ों पर मसह किया फिर उसे समय के समाप्त होने का याद आया तो क्या वह अपने पैरों को धोए या वुज़ू को दोहराये ॽ
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