मासिक धर्म और प्रसव रक्तस्राव
क्या महिला के लिए मासिक धर्म से पवित्रता जाँचने के लिए रुई का टुकड़ा रखना आवश्यक है, या उसके लिए चौबीस घंटे इंतज़ार करना पर्याप्त है, फिर वह गुस्ल कर सकती हैॽ
हमने आपकी वेबसाइट और अन्य वेबसाइटों पर अनेक बार पढ़ा है कि सफेद पानी के अलावा, मासिक धर्म से पवित्र होने की निशानियों में से एक निशानी पूर्ण सूखापन है। और उसका नियम यह है कि महिला जगह को पोंछे या रुई का एक टुकड़ा डाले। अगर वह किसी भी निशान से रिक्त निकले, तो उसे मासिक धर्म से पवित्रता समझा जाएगा। मेरा प्रश्न यह है : क्या इस प्रकार रुई या इसी तरह की अन्य चीज़ के साथ जाँच करना इसी तरीक़े से अनिवार्य है। या इसका उद्देश्य केवल मासिक धर्म से पवित्रता को सुनिश्चित करना है, जो किसी भी तरह से किया जा सकता हैॽ चुनाँचे इस महिला की आदत यह है कि वह एक अवधि तक उदाहरण के तौर पर चौबीस घंटे इंतज़ार करती है। और अगर उसके कपड़ों पर कुछ भी नहीं निकला - और वह जानती है कि उसके मासिक धर्म की अवधि सात या आठ दिन है -, तो रुई से पोंछे बिना ही वह ग़ुस्ल करती है और नमाज़ पढ़ती है। तो क्या यह सही है, या उसे जाँचने के लिए पोंछना ज़रूरी हैॽमासिक धर्म वाली महिला को ग्रहण लगने पर क्या करना चाहिए?
मैं एक महिला हूँ। अगर मैं ग्रहण की नमाज़ में उपस्थित होती हूँ और मेरे पास शरई बहाना है (जिसके कारण मैं नमाज़ नहीं पढ़ सकती) तो मुझे क्या करना चाहिएॽउसके निफास का रक्तस्राव बंद हो गया, फिर उसने खून की कुछ बूंदें देखीं, तो ऐसी स्थिति में उसके रोज़े का हुक्म क्या है?
मैंने शाबान के महीने में अपने शिशु को जन्म दिया, फिर मैं बीमार हो गई और निफास का खून केवल तीन दिनों तक आया, फिर वह रुक गया। इसलिए मैंने ग़ुस्ल किया और नमाज़ पढ़ी। और कोई खून नहीं निकला यहाँ तक कि शाबान का महीना खत्म हो गया और रमज़ान शुरू हो गया। और रमज़ान का एक हफ्ता बीत जाने के बाद, डॉक्टर ने मेरे लिए एक एंटीबायोटिक निर्धारित किया। चुनांचे मैं रोज़ा रख रही थी, लेकिन दिनभर खून नहीं निकलता था परंतु मग़रिब से पहले केवल कुछ बूंदें निकलती थीं। रमज़ान के पूरे महीने के दौरान मेरी यही स्थिति रही, मुझे यह पता नहीं चल सका कि मैं शुद्ध हो गई हूँ या नहीं, लेकिन मैंने पूरे महीने रोज़ा रखा। तो क्या मुझे रोज़ा दोहराना चाहिए या नहीं?उसने इफ्तारी करने के बाद मासिक धर्म का ख़ून देखा परन्तु उसे संदेह है कि यह ख़ून इफ्तारी से पहले आया था या इफ्तारी के बाद आया है?
रमज़ान में एक दिन मैंने इफ्तारी करने के थोड़ी देर बाद मासिक धर्म का ख़ून देखा परन्तु मुझे नहीं मालूम कि मासिक धर्म का यह ख़ून इफ्तारी करने के पहले आया था या इफ्तारी करने के बाद आया। तो क्या मुझे उस दिन के रोज़े की क़ज़ा (पूर्ति) करना है अथवा मुझ पर क्या अनिवार्य है?मासिक धर्म से पहले, उसके दौरान और उसके बाद पीले और मटियाले निर्वहन का हुक्म
आम तौर से मुझे मासिक धर्म चक्र पीले भूरे रंग से शुरू होता है, और मेरे साथ दो दिन से तीन दिन तक जारी रहता है, उसके बाद खून आता है, तो क्या ये दिन जिनमें वह भूरे रंग में आता है मासिक धर्म में से समझा जायेगा, या वह मासिक धर्म में से नहीं है ॽ और उसके अंत में खून के बाद भूरा या काला रंग आता है, तो क्या वह भी मासिक धर्म से है, या वह मासिक धर्म नहीं है ॽएक अंधी महिला को कैसे पता चलेगा कि वह मासिक धर्म से पवित्र हो चुकी हैॽ
एक अंधी महिला को कैसे पता चलेगा कि वह मासिक धर्म से शुद्ध हो चुकी हैॽगर्भनिरोधक गोलियों के कारण मासिक धर्म में विकार
मैं कुछ चिकित्सा समस्याओं के कारण जन्म नियंत्रण गोलियों का उपयोग करती हूँ। मैं इन गोलियों में से कुछ गोलियाँ लेना भूल गयी और अब मुझे खून बह रहा है। मैं उस खून बहने के दो दिनों में नमाज़ पढ़ती हूँ, लेकिन मैं दोषी महसूस करती हूँ। इस मामले में सही राय क्या हैॽ कृपया इस बात को ध्यान में रखें कि मैं इन गोलियों का उपयोग चिकित्सा समस्याओं के कारण कर रही हूँ, तथा मेरे पति भी इस बारें में पूरी तरह से अवगत हैं। अब या तो मैं इन गोलियों का सेवन करूँ या स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करूँ। अल्लाह आपको अच्छा बदला प्रदान करे।उसकी पवित्रता बीच में बाधित हो जाती है और उसे ग्यारहवें दिन पीले रंग का स्राव होता है
एक महिला को पहले चार दिनों तक मासिक धर्म का खून आता है, उसके बाद पाँचवें दिन मासिक धर्म बंद हो जाता है, फिर छठे दिन उसे थोड़ा रक्तस्राव होता है ... तथा सातवें, आठवें और नौवें दिन उसे कुछ ऐसा स्राव होता है जो मासिक धर्म के खून से अलग होता है जो केवल दोपहर के समय होता है .. और ग्यारहवें दिन उसे पीले रंग का स्राव होता है ... ज्ञात रहे कि वह सफेद निर्वहन नहीं देखती है .. क्या वह ग्यारहवें दिन का रोज़ा क़ज़ा करेगीॽसंपूर्ण स्नान और पर्याप्त स्नान का तरीक़ा
मैं मासिक धर्म से इस प्रकार स्नान करती हूँ : 1- मैं अपने दिल में पवित्रता की नीयत करती हूँ और उसे ज़ोर से नहीं बोलती हूँ। 2- मैं "शॉवर" के नीचे खड़ी हो जाती हूँ और मेरे पूरे शरीर पर पानी गिरता है। 3- मैं लूफा और साबुन का उपयोग कर स्नान करती हूँ और पूरे शरीर को धोती हूँ, जिसमें योनि का क्षेत्र भी शामिल है। 4- मैं शैम्पू का उपयोग कर अपने सारे बाल धोती हूँ। 5- उसके बाद मैं अपने शरीर से साबुन और शैम्पू के असरात (निशान) को साफ करती हूँ, और उसके बाद मैं अपने शरीर के दाहिनी ओर तीन बार और बाईँ ओर तीन बार पानी बहाती हूँ। 6- फिर मैं वुज़ू करती हूँ। हाल ही में, मुझे पता चला कि मैं गुस्ल के सही चरणों का पालन नहीं कर रही हूँ। मुझे आशा है कि आप मुझे इस बात से सूचित करेंगे कि क्या मेरा ऊपर बताए गए तरीक़े के अनुसार इन सभी वर्षों में गुस्ल करना सही था या गलतॽ ... यदि वह गलत था, सही नहीं था तो कृपया मुझे सूचित करें कि पिछले वर्षों में इस बार-बार होने वाली गलती का समाधान करने के लिए मुझे क्या करना चाहिए? क्या इस अवधि के दौरान मेरी प्रार्थनाएं (नमाज़ें) और रोज़े अमान्य और अस्वीकार्य हैं? और अगर ऐसा मामला है, तो मैं इसे ठीक करने के लिए क्या कर सकती हूं? … तथा मैं आप से आशा करती हूँ कि आप मुझे मासिक धर्म और जनाबत (अर्थात संभोग या स्वपनदोष के कारण वीर्यपात होने की स्थिति) से गुस्ल (स्नान) करने का सही तरीक़ा बताएंगे।मासिक धर्म को रोकने वाली गोलियों के कारण उसकी आदत बिगड़ गई। तो अब वह नमाज़ और रोज़े के संबंध में क्या करे?
कई वर्षों पहले और मेरे व्यस्क होने के कुछ महीनों के बाद, मेरे परिवार ने हज्ज के लिए जाने का फैसला किया, और यात्रा की निर्धारित तारीख से कुछ दिनों पहले मुझे मासिक धर्म शुरू हो गया। इसलिए मेरी माँ ने मुझे मासिक धर्म को रोकने के लिए गोलियाँ इस्तेमाल करने को कहा और मैंने ऐसा ही किया। उसी घटना के बाद से, मेरे मासिक धर्म की आदत अनियमित है। यहाँ तक कि कई महीनों तक मेरा मासिक धर्म नहीं आता है, और कभी-कभी जब मासिक धर्म आना शुरू होता है तो वह बंद नहीं होता है। मेरी माहवारी इस साल रमज़ान से 10 या 11 दिनों पहले शुरू हुई। फिर लगभग 9 दिनों के बाद मैंने स्नान किया। फिर मैंने देखा कि दो दिन बाद वह फिर से आना शुरू हो गया। मेरी दादी ने मुझे बताया कि मैं शुरू रमजान में रोज़ा न रखूँ। मैंने रमज़ान के महीने के पहले दो दिनों का रोज़ा नहीं रखा, फिर मैंने स्नान किया और तीसरे दिन का रोज़ा रखा, हालांकि खून अभी भी जारी था। ऐसा इसलिए किया क्योंकि मुझे लगता है कि मैंने एक हदीस पढ़ी है जिसमें नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने रुई या एक मोटे कपड़े से संरक्षण के बाद नमाज़ अदा करने की इजाज़त दी थी, क्योंकि वह मासिक धर्म का खून नहीं था। कृपया मुझे स्पष्ट रूप से बताएं कि मुझे कैसे करना चाहिए?ज्ञान की सभा या क़ुर्आन कंठस्थ करने की कक्षा में उपस्थित होने के लिए मासिक धर्म वाली महिला का मस्दिज के अंदर प्रवेश करना
एक मसिक धर्म वाली महिला ज्ञान की सभा या क़ुर्आन कंठस्थ करने की कक्षा में उपस्थित होने के लिए मस्जिद में प्रवेश करना चाहती है, जबकि ज्ञात रहे कि बुनियादी तौर पर वह इसकी प्रतिबद्ध है, अगर माहवारी के कारण वह अनुपस्थित रहती है तो उससे कई मसाइल छूट जायेंगे जिनकी बाद में छति पूर्ति करना उसके लिए कठिन होगा, तो क्या उसके लिए कुछ नियमति शर्तों के साथ अपवाद के तौर पर मस्जिद में उपस्थित होना जाइज़ है और इस मुद्दे में विद्वानों का राजेह विचार क्या है ॽयदि निफास वाली महिला चालीस दिनों से पहले पवित्र हो जाती है, तो उसे ग़ुस्ल करना चाहिए और नमाज़ पढ़ना चाहिए और रोज़ा रखना चाहिए
मेरी पत्नी ने शाबान के महीने से लगभग 15 दिन पहले बच्चा जन्म दिया है। क्या उसके लिए नमाज़ पढ़ना, रोज़ा रखना, उम्रा करना, क़ुरआन पढ़ना और शरीयत के सभी कर्तव्यों को करना जायज़ है जब भी निफ़ास का खून (प्रसव के बाद का रक्तस्राव) बंद हो जाता है और वह इस बारे में सुनिश्चित हो जाती है, या उसके लिए 40 दिनों तक इंतिज़ार करना अनिवार्य है जैसा कि कुछ लोग कहते हैं?गर्भवती होने की अवस्था में उसे स्राव होता है, क्या वह नमाज़ पढ़ना बंद कर देगीॽ
मेरी पत्नी को कॉफी के रंग का स्राव होता है, हालाँकि कभी-कभी उसकी मासिक धर्म की अवधि नहीं होती है। क्या वह रोज़ा रखेगी और नमाज़ पढ़ेगी या कुछ और, ज्ञात रहे कि वह डेढ़ महीने की गर्भवती हैॽमासिक धर्म से पहले होने वाला भूरे रंग का स्राव
मैं एक गर्भनिरोधक उपकरण (आईयूडी) का उपयोग करती हूँ, जिसके कारण नियमित रक्तस्राव शुरू होने से तीन दिन पहले एक भूरे रंग का स्राव होता है। क्या यह मेरे रोज़े को अमान्य कर देगा और मुझे इसकी क़ज़ा करनी पड़ेगी?महिला से लगातार निकलने वाला स्राव रोज़े को प्रभावित नहीं करता है
अगर पानी जैसा पारदर्शी स्राव निकलता है (जो सूखने के बाद सफेद रंग का हो जाता है), तो क्या हमारी नमाज़ और हमारा रोज़ा सही (मान्य) हैॽ और क्या इससे ग़ुस्ल अनिवार्य हो जाता हैॽ कृपया मुझे इसके बारे में बताएँ। क्योंकि यह स्राव (तरल पदार्थ) मुझसे बहुत निकलता है और मैं इसे अपने अंडरवियर में पाती हूँ और मैं दिन में दो या तीन बार ग़ुस्ल करती हूँ ताकि मेरा रोज़ा और मेरी नमाज़ सही हो।रमज़ान के अंतिम दस दिनों में मासिक धर्म रोकने की गोलियाँ लेना
यदि औरत का मासिक धर्म रमज़ान के अंतिम दस दिनों में आता है, तो क्या उसके लिए गर्भ निरोधक गोलियाँ सेवन करना जाइज़ है ताकि वह इन प्रतिष्ठित दिनों में इबादत करने में सक्षम हो सके ॽमासिक धर्म समाप्त होने के बाद और स्नान करने से पहले पत्नी के साथ संभोग करने से पश्चाताप करने का तरीक़ा
मैं हस्तमैथुन और मासिक धर्म के समाप्त होने के बाद व स्नान करने से पूर्व संभोग करने से संबंधित सभी उत्तर पढ़ चुका हूँ, और मैं इस चीज़ के बारे में स्पष्टीकरण चाहता हूँ कि क्या उन पापों से छुटकारा पाने के लिए जिन्हें पुरूष या स्त्री ने किए हैं, कोई पश्चाताप का तरीक़ा है, जैसे उदाहरण के तौर पर कोई दुआ ॽमासिक धर्म वाली महिला कब रोज़ा रखेगीॽ
मेरी मासिक अवधि आमतौर पर सात और आठ दिनों के बीच रहती है। कभी-कभी सातवें दिन मुझे कोई रक्त नहीं दिखता है, और न ही मुझे पवित्रता (अवधि की समाप्ति) का कोई संकेत दिखाई देता है। तो ऐसी स्थिति में, नमाज़ पढ़ने, रोज़ा रखने और संभोग के संदर्भ में क्या हुक्म हैॽउसने अपने बालों को धोए बिना ही स्नान करके नमाज़ पढ़ ली
कभी कभी मैं स्वनपद्वोष या मासिक धर्म से सनान करती हूँ, तो अपने बाल नहीं धोती हूं क्योंकि उसकी चोटी बंधी होती है। तो इसका क्या हुक्म है ? हमें इससे अवगत कराएं। अल्लाह आप को अच्छा बदला प्रदान करे।क्या मासिक धर्म वाली महिला रोज़ा रख सकती हैॽ
जब महिला अपने मासिक धर्म की अवधि में हो, तो क्या वह रमज़ान के दौरान रोज़ा रखना बंद कर सकती है और जिन दिनों का रोज़ा उसने नहीं रखा है उनके स्थान पर अन्य दिनों में रोज़ा रख सकती हैॽ