अपने बच्चों तथा उनका पालन-पोषण करने वाली अपनी अपरिवर्तनीय तलाक़शुदा महिला के प्रति पति के लिए क्या अनिवार्य है?
एक आदमी ने अपनी पत्नी को तलाक़-बाईन दे दिया। जबकि उस पत्नी से उसकी एक बेटी और दो बेटे हैं और वही उन बच्चों का पालन-पोषण करेगी, तथा वह (पति) अल्लाह के हुक्म से उनके लिए आवास की व्यवस्था करेगा और बच्चों के लिए भरण-पोषण का भुगतान करेगा। यह अदालतों का सहारा लिए बिना सौहार्दपूर्ण समझौते के अनुकूल तय पाया है। अल्लाह की कृपा से, गुज़ारा भत्ते की जिस राशि पर समझौता हुआ है वह वकीलों की राय के अनुसार, उस राशि से दोगुनी है जिसका निर्णय अदालत से होता। इस समय उसके पास दो प्रश्न हैं : क्या उसने उन्हें जो आवास उपलब्ध कराया है उसके उपकरणों वग़ैरह में ख़राबी होने की स्थिति में उनकी मरम्मत (मेंटेनेंस) करवाना उस पर अनिवार्य है, अथवा उनकी मरम्मत और रखरखाव की लागत उस गुजारा भत्ता की राशि के अंतर्गत मानी जाएगी जिसपर समझौता हुआ हैॽ तथा वह अपनी तलाक़शुदा पत्नी के वित्तीय अधिकारों को भी जानना चाहता है, और क्या वह उसके लिए आवास उपलब्ध कराने के लिए बाध्य है? क्या ‘इद्दत का भरण-पोषण’ नामक कोई चीज़ है, क्योंकि उन लोगों (तलाकशुदा के प्रतिनिधियों) ने उससे एक भरण-पोषण की मांग की है जिसे इद्दत के (भरण-पोषण के) नाम से जाना जाता है, और यह ‘नफक़तुल-मुत्अह’ और विलंबित मह्र से अलग है? हम इस तरह का एक लंबा सवाल पूछने के लिए क्षमा चाहते हैं, लेकिन यह मामला महत्वपूर्ण है, ताकि किसी के साथ कोई अन्याय न हो। अल्लाह आप लोगों को बेहतर बदला प्रदान करे।29-11-2023क्या वह अपना हक़ अत्याचारी के ज्ञान में लाए बिना ले सकता है?
मैं हमेशा हलाल का पालन करने तथा हराम से बचने का लालायित रहता हूँ। मैं एक दुकान में काम करता हूँ जिसका मालिक एक पाखंडी यहूदी है। उसके पास कई दुकानें थीं। उसने सरकार से पैसा ऐंठने के लिए अचानक दुकानों को बंद कर दिया और कर्मचारियों को उनका वेतन दिए बिना उन्हें काम से निकाल दिया, केवल पाँच लोगों को बाक़ी रखा है - जिन में से एक मैं भी हूँ – और एक नई दुकान खोल दी है। उसने पिछले वेतनों का भुगतान नहीं किया है, उसने केवल एक मामूली राशि भुगतान की है जो हमारे वाजबी हक़ से बहुत कम है। अब दुकान ठीक चल रही है, लेकिन वह हमें भुगतान नहीं करता है। वह हमेशा यही कहता रहता है कि मेरे पास पैसा नहीं है। वेतन का भुगतान न मिलने के कारण हमें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि हमारे लिए यही एकमात्र आय है। काम में मेरे एक सहयोगी का कहना है कि हमें अपना दैनिक वेतन दुकान की आय से लेते रहना चाहिए और जब वह महीने के अंत में हमारा भुगतान करे तो हम उसके लिए हुए पैसों को कोष में वापस कर देंगे। और उसने ऐसा करना शुरू कर दिया है। किन्तु मैं हराम से डरता हूँ और इस समय मुझे वित्तीय समस्याओं का सामना है। तथा मैंने सुना है कि वह हमारे वेतन का भुगतान किए बिना ही जल्द ही हमें भी काम से निकाल देगा। इसलिए कृपया आपसे अनुरोध है कि हमारे लिए इस मुद्दे को स्पष्ट रूप से बयान कर दें और हमें सलाह दें। एक बार फिर स्पष्ट कर दूँ कि मैं पूरी ईमानदारी और अमानत के साथ काम कर रहा हूँ, परन्तु वह एक पाखंडी यहूदी है।27-11-2023क़ब्रों की ज़ियारत के शिष्टाचार
यदि मैं अपने पिता की क़ब्र की ज़ियारत करना चाहता हूँ, तो मुझे क्या करना चाहिएॽ क़ब्रिस्तान की ज़ियारत के क्या शिष्टाचार हैंॽ क्या वहाँ कुछ ऐसी चीज़ें हैं जिनको ध्यान में रखा जाना चाहिएॽ25-11-2023जुआ से तौबा करना
मैं ने बहुत अधिक जुआ खेला है, तो मैं उससे कैसे तौबा करूँॽ23-11-2023क्या अल्लाह के अच्छे अच्छे नामों की दैनिक रूप से तिलावत करने का कोई अज्र व सवाब है ॽ
इस रमज़ान के महीने की शुरूआत से मैं प्रतिदिन अल्लाह के असमाये हुस्ना की तिलावत शुरू करना चाहता हूँ, तो इस प्रर निष्कर्षित होनेवाला अज्र व सवाब क्या है ॽ और इस इबादत को अंजाम देने के लिए बेहतर समय क्या है ॽ21-11-2023क्या सुहाग रात में संभोग करना अनिवार्य है ॽ
मैं जानना चाहता हूँ कि क्या शादी की पहली रात में संभोग करना अनिवार्य है ॽ क्या पहली रात में संभोग करना वाजिब है ॽ17-11-2023बैंकों में पैसा जमा करने का हुक्म, तथा उससे प्राप्त होनेवाले लाभ को क्या किया जाए ?
हम बैंकों में अपने धन जमा करते हैं ... तो बैंक हमें जो लाभ देते हैं उनके साथ हम कैसा व्यवहार करें ?15-11-2023एक महिला किसी क़ब्रिस्तान के पास से गुज़री तो क्या वह सलाम करेगी ?
हम इस बात को जानते है कि औरत के लिए क़ब्रिस्तान की ज़ियारत करना वर्जित है, किंतु हम उस औरत के बारे में क्या कहेंगे जो क़ब्रिस्तान की चहारदीवारी से गुज़री, जबकि वह अपने रास्ते में थी, और उसने क़ब्रों को देखा तो क्या वह वर्णित ज़िक्र (दुआ) को पढ़ेगी या उस से बाज़ रहेगी या वह क्या करेगी ?13-11-2023व्यापार के लिए तैयार की गई ज़मीन को उसने साल बीतने से छः दिन पहले बेच दिया तो उस पर ज़कात कब अनिवार्य है ?
मेरे पास भूमि का एक टुकड़ा है जो कि व्यापार के सामान में से है, मैं ने उस पर साल बीतने के छः दिन पहले उसे बेच दिया और पैसे ले लिया। मैं उसकी ज़कात का हिसाब कैसे लगाऊँ ? क्या मैं उस माल की ज़कात छः दिनों के गुज़रने के बाद निकालूँ या मैं माल पर पूरे एक साल के गुज़रने की प्रतीक्षा करूँ ?11-11-2023मुसलमान को अपने माता–पिता के साथ सद्व्यवहार कैसे करना चाहिएॽ
मेरी समस्या का सार यह है कि मेरे पिता और माँ के बीच हमेशा विभेद रहता है, क्योंकि मेरे पिताजी एक चुभने वाली, आक्रामक शैली वाले हैं और उनका व्यक्तित्व अस्पष्ट, रहस्यमय और शुष्क है। मैं और मेरे भाई उनसे बहुत डरते हैं और हम सतही सीमाओं से आगे उनके साथ किसी भी बातचीत का आदान-प्रदान नहीं करते हैं। मैं अपने रब को राज़ी करना चाहता हूँ ताकि मुझे स्वर्ग मिल सके। मैंने अपने माता-पिता के प्रति सद्व्यवहार करने के महत्व के बारे में पढ़ा है। इसलिए मैं बहुत उलझन में हूँ, कि अपने पिता के प्रति सद्व्यवहार कैसे करूँ। मुझे नहीं पता कि यह कैसे करना हैॽ01-11-2023सौंदर्य प्रसाधन बेचने का हुक्म
उन महिलाओं को इत्र, एक्सेसरीज़, सौंदर्य प्रसाधन एवं कपड़े बेचने का क्या हुक्म है, जो घर से बाहर निकलते समय उनका इस्तेमाल कर सकती हैं और पुरुष इन चीजों को देखेंगे?30-10-2023किसी व्यक्ति को उसके हक़दार होने के बारे में सुनिश्चित हुए बिना ज़कात देना
क्या किसी व्यक्ति को ज़कात देना जायज़ है जबकि यह सुनिश्चित नहीं है कि वह उसका हक़दार हैॽ28-10-2023महिला के लिए चेहरे के बाल हटाने का हुक्म
मुझे पता है कि एक महिला के लिए अपनी भौंहों के बाल निकालना जायज़ नहीं है, लेकिन चेहरे के बाकी बालों का क्या हुक्म हैॽ क्या महिला के लिए ऊपरी होंठ के ऊपर या चेहरे के किसी अन्य हिस्से पर मौजूद बाल को निकालना जायज़ हैॽ खासकर अगर महिला के बाल बहुत ज़्यादा हैं।26-10-2023दैनिक लाभ प्राप्त करने के लिए शुल्क के साथ अंतरराष्ट्रीय उत्पादों की मार्केटिंग के लिए एक ऐप की सदस्यता लेने का हुक्म
मैं इंटरनेट पर ऑर्डरगो (OrderGO) नामक एक ऐप पर काम कर रहा हूँ, जो एक ऐसी कंपनी से संबंधित है जो अंतरराष्ट्रीय साइटों जैसे (अमेज़ॅन-विश, और अन्य...) के उत्पादों का विपणन (मार्केटिंग) करती है। ये दरअसल (जूते - कपड़े - इलेक्ट्रॉनिक्स - और दैनिक जीवन की आवश्यकताओं) की बिक्री के लिए अंतरराष्ट्रीय वेबसाइटें हैं। ऐप पर काम करने की पद्धति दो क्लिक के माध्यम से मार्केटिंग करना है : पहले क्लिक के साथ उपर्युक्त वेबसाइटों से कोई उत्पाद खरीदना है, फिर दूसरे क्लिक के साथ उसे बेचना और एक छोटा-सा कमीशन अर्जित करना है। इस प्रकार, उत्पाद पर खरीद दर्ज करके, मैंने वेबसाइट पर उत्पाद का मूल्य बढ़ा दिया, उसकी क़ीमत नहीं। इसकी अवधारणा यह है कि आप ऐप में एक राशि जमा करें ताकि आप खरीद और बिक्री कर सकें। जितनी बड़ी राशि होगी, मुझे उतनी ही अधिक कीमत वाला उत्पाद मिलेगा और मैं उससे अधिक लाभ कमा सकता हूँ। उदाहरण के लिए, अगर मैं पचास डॉलर ($50) जमा करता हूँ, तो मैं हर दिन लगभग डेढ़ से दो डॉलर का लाभ कमा सकता हूँ। अगर मैं तीन सौ डॉलर ($300) जमा करता हूँ, तो मुझे प्रति दिन लगभग दस डॉलर मिल सकते हैं। लेकिन जमा और लाभ डिजिटल मुद्रा (डिजिटल करेंसी) में होता है, जिसकी कीमत डॉलर (USDT) की कीमत के बराबर होती है। फिर जब मैं प्रोग्राम से पैसे निकालना चाहूँ, तो मैं इसे डिजिटल मुद्राओं का व्यापार करने वाले लोगों को बेचकर उसे डॉलर में एक्सचेंज कर सकता हूँ। तथा मैं जब भी चाहूँ पैसा और मुनाफा निकाल सकता हूँ। क्या इस प्रोग्राम में काम करने का तरीक़ा हलाल है या हरामॽ24-10-2023पुरुष के लिए प्राकृतिक रेशम पहनना या उस पर बैठना या सोना हराम है
मेरी पत्नी बिस्तर के लिए रेशमी चादर खरीदना चाहती है, तो क्या मेरे लिए उसपर सोना जायज़ हैॽ22-10-2023यदि कोई कंपनी बिक्री पर समाप्त होने वाले अनुबंध के तहत ग्राहक को कार या अचल संपत्ति किराए पर देती है
हमारे यहाँ ट्यूनीशिया में ऐसी कंपनियाँ फैली हुई हैं जो खुद को वित्तीय पट्टे देने वाली कंपनियाँ कहती हैं जिनकी बुनियादी सेवाएँ उस वस्तु को खरीदने पर आधारित होती हैं जिसे ग्राहक चाहता है (जैसे कार और रियल एस्टेट...) वे इसे कंपनी के नाम पर पंजीकृत करती हैं और फिर उसे ग्राहक को पहले से सहमत राशि और एक समयबद्ध अनुबंध के साथ किराए पर देती हैं जो बिक्री पर समाप्त होता है। यह ज्ञात होना चाहिए कि वे इस पर ब्याज लगाती हैं और जिसे वस्तु किराए पर दी जाती है उसे हाथ में पैसा नहीं मिलता है; बल्कि कंपनी उस चीज़ को अपने नाम पर खरीदती है, और स्वामित्व ग्राहक को तब तक हस्तांतरित नहीं किया जाता है जब तक कि वह अंतिम क़िस्त का भुगतान नहीं कर देता है, जिसपर किराये के अनुबंध में सहमति व्यक्त की गई थी। क्या इस फॉर्मूले में लेन-देन हलाल है, या यह अंतर्निहित (प्रच्छन्न) रिबा (व्याज) के अंतर्गत आता है?20-10-2023संभोग के द्वारा उम्रा को ख़राब करने वाले व्यक्ति पर क्या अनिवार्य हैॽ
मैं सऊदी में रहता हूँ और मेरी पत्नी सऊदी के बाहर से आई थी। हम जद्दा में मिले थे और हमने केवल उम्रा के लिए एहराम बाँधा था, फिर हम मक्का गए। होटल में उम्रा से पहले संभोग हुआ, फिर हम तनईम में गए और एहराम बाँधा, और हमने एक नया उम्रा किया। तो इसका हुक्म क्या है?18-10-2023कब्र में लह्द और शक़्क़ की विधि।
क्या शक़्क़ (संदूक़ी-क़ब्र) में दफ़नाए गए मृतक के चेहरे पर सीधे मिट्टी डालना जायज़ हैॽ यदि हम दफनाने की इस विधि को अपनाने के लिए मजबूर हैं, तो ऐसा करने (अर्थात मृतक को संदूक़ी-क़ब्र में दफनाने) का सही तरीक़ा क्या हैॽ16-10-2023शिक्षा के लिए दिए गए ऋण का हुक्म
मैं नॉर्वे में रहने वाला एक मुस्लिम छात्र हूँ और वहाँ एक विश्वविद्यालय में पढ़ रहा हूँ। मेरे पास विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए शैक्षिक ऋण के बारे में एक प्रश्न है। यह ऋण ब्याज मुक्त है और यह छात्रों को दिया जाता है। यदि वे अर्धवार्षिक परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं, तो यह ऋण विश्वविद्यालय की ओर से अनुदान या उपहार में बदल जाता है। लेकिन यदि वे परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाते हैं, तो यह ऋण वर्ष के अंत की परीक्षा तक ब्याज मुक्त रहता है। लेकिन पढ़ाई छोड़ने या स्नातक होने की स्थिति में, या उस स्थिति में जब ऋण विश्वविद्यालय की ओर से अनुदान या उपहार में परिवर्तित नहीं होता है, तो यह लोन ऋण बन जाता है, और इन तीनों स्थितियों में, ऋण पर ब्याज का भुगतान करना पड़ता है। - प्रश्न यह है : क्या मेरे लिए इस ऋण से लाभ उठाना जायज़ है? क्या यह हलाल है? चूँकि मैं इस वर्ष अपनी पढ़ाई पूरी कर लूँगा, और अल्लाह की कृपा से मैं किसी भी वर्ष फेल नहीं हुआ, और अल्लाह ने चाहा तो भविष्य में भी ऐसा नहीं होगा, इसलिए यदि मैं यह ऋण लेता हूँ, तो इन शा अल्लाह यह अनुदान में बदल जाएगा। और यदि मैं किसी परीक्षा में असफल हो जाता हूँ, या पढ़ाई छोड़ देता हूँ, तो अल्लाह का शुक्र है कि मेरे पास इस ऋण को तुरंत चुकाने के लिए धन है। मुझे इस ऋण की आवश्यकता नहीं है, लेकिन क्योंकि परीक्षा के बाद यह अनुदान में बदल जाएगा, इसलिए मैं इसे लेना चाहता हूँ। इस मामले पर शरई हुक्म क्या है?14-10-2023उस व्यक्ति के वुज़ू का हुक्म जो अपने हाथ को केवल कलाई से कोहनियों तक धोता है, हथेलियों को नहीं धोता है।
कुछ मुसलमान वुज़ू के दौरान हाथ धोते समय कलाई से लेकर कोहनी तक धोते हैं, दोनों हथेलियों को धोने में शामिल नहीं करते हैं। तो इसका क्या हुक्म है?12-10-2023