अगर मैं ने अपने देश में रोज़ा की शुरूआत की, फिर मैं ने रमज़ान के दौरान एक दूसरे देश की ओर यात्रा की, जहाँ के लोगों ने हमारे एक दिन बाद रोज़ा रखा है। तो क्या मैं वहाँ के मुसलमानों के साथ रोज़ा जारी रखूँ और इस तरह मैं इक्तीसवें दिन का रोज़ा रखूँ?
हर प्रकारकी प्रशंसा औरगुणगान केवल अल्लाहके लिए योग्य है।
”रोज़े की शुरूआतमें उस देश का एतिबारहै जिससे उसनेयात्रा की है, और उसकेअंत के संबंध मेंउस देश का एतिबारहै जिसकी ओर उसकाआगमन हुआ है। यदिउसने जो रोज़े रखेहैं उनका कुल योगअठ्ठाइस दिन होतेहैं तो उसके ऊपरएक दिन क़ज़ा करनाअनिवार्य है ; क्योंकिचाँद का महीनाउन्तीस दिन सेकम नहीं होता है, और यदिउसने उस देश मेंजिसकी ओर उसनेयात्रा की है तीसदिन के रोज़े पूरेकर लिए और उस देशवालों पर उदाहरणके तौर पर एक दिनका रोज़ा बाक़ी हैतो उसके ऊपर अनिवार्यहै कि उनके साथरोज़ा जारी रखेयहाँ तक कि ईद केदिन उनके साथ रोज़ातोड़े और उनके साथईद की नमाज़ पढ़े।
और अल्लाहतआला ही तौफीक़देने वाला है।तथा अल्लाह तआलाहमारे नबी मुहम्मदसल्लल्लाहुअलैहि व सल्लम, उनकेसंतान और साथियोंपर दया और शांतिअवतरित करे।” अंतहुआ।
इफ्ता और वैज्ञानिकअनुसंधान की स्थायीसमिति
शैख अब्दुलअज़ीज़ बिन अब्दुल्लाहबिन बाज़ … शैख अब्दुर्रज़्ज़ाक़अफीफी … शैख अब्दुल्लाहबिन गुदैयान