एक औरत रमज़ान में फज्र के उदय होने से पहले माहवारी (मासिक धर्म) से पवित्र हो गई तो उसने उस दिन रोज़ा रखा, फिर वह ज़ुहर के समय नमाज़ पढ़ने के लिए उठी तो उसने पीला तरल देखा तो क्या उसका रोज़ा सही है ॽ
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उसके पवित्र होने के बाद रोज़े के दौरान उससे पीला तरल निकल आया
प्रश्न: 12689
उत्तर का पाठ
अल्लाह की हमद, और रसूल अल्लाह और उनके परिवार पर सलाम और बरकत हो।
यदि पवित्रता फज्र के निकलने से पूर्व प्राप्त हुई है फिर उसने रोज़ा रखा है तो उसका रोज़ा सही है और पवित्रता को देखने के बाद पीले तरल के निकलने से कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ; क्योंकि उम्मे अतिय्या रज़ियल्लाहु अन्हा का फरमान है : (हम लोग पवित्र होने के बाद भूरे और पीले तरल को कुछ नहीं समझते थे।) इसे बुखारी (1/84) और अबू दाऊद (हदीस संख्या : 207) ने रिवायत किया है और हदीस के शब्द उन्हीं के हैं।
और अल्लाह तआला ही तौफीक़ प्रदान करने वाला है, तथा अल्लाह तआला हमारे नबी मुहम्मद, उनकी संतान और साथियों पर दया और शांति अवतरित करे।
स्रोत:
इफ्ता और वैज्ञाननिक अनुसंधान की स्थायी समिति 10 / 158