यदि एक मुसलमान दूसरे मुसलमान पर यह बद्-दुआ करता है कि वह जहन्नम में जाए, तो क्या उसके लिए तौबा हैॽ क्या यह संभव है कि वह व्यक्ति – जिसने यह बद्-दुआ की है – जन्नत में दाखिल होॽ यह देखते हुए कि दुआ उसपर लौट आती है, क्या वह जहन्नम में जाएगाॽ
उसने एक मुसलमान पर नरक में जाने की बद्-दुआ की, तो क्या उसके लिए तौबा हैॽ
السؤال: 129911
الحمد لله والصلاة والسلام على رسول الله وآله وبعد.
सही दृष्टिकोण यह है कि किसी मुसलमान पर बद्-दुआ करना जायज़ नहीं है, यदि वह उस दुआ के योग्य नहीं है। नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया : “जिसने किसी मुसलमान से कहा : ऐ अल्लाह के दुश्मन! या उसपर बद्-दुआ की, जबकि वह ऐसा नहीं है, तो वह उसपर लौट आएगी।” अतः किसी मुसलमान पर बद्-दुआ करना जायज़ नहीं है, यदि वह पापी या आज्ञापालन के मार्ग से निकल जाने वाला नहीं है, या उस बद्-दुआ के योग्य नहीं है। यदि कोई ऐसा करता है, तो उसकी तौबा यह है कि वह अल्लाह से क्षमा की प्रार्थना करे और उस मुसलमान से क्षमा याचना करे जिसपर उसने बद्-दुआ की है और उससे माफ़ी माँगे, और अल्लाह उसकी तौबा को स्वीकार करेगा। हदीस का मतलब यह नहीं है कि वह हमेशा के लिए जहन्नम में प्रवेश करेगा; बल्कि यह चेतावनी की हदीसों में से एक है जो एक ऐसे मुसलमान पर बद्-दुआ से मनाही करने के लिए आई है, जो जहन्नम के योग्य नहीं है कि उसपर जहन्नम या इसी तरह की बद्-दुआ की जाए।
और अल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है।
आदरणीय शैख अब्दुल्लाह इब्न जिबरीन रहिमहुल्लाह
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आदरणीय शैख अब्दुल्लाह बिन जिब्रीन रहिमहुल्लाह