क्या मुसलमान के लिए रोज़े की अवस्था में अपनी मंगेतर से फोन पर बात करना जायज़ हैॽ
अपनी मंगेतर से बात करने के कुछ नियम (क़वायद) हैं, जिन्हें आप प्रश्न संख्या : (13791) में विस्तार से पा सकते हैं।
यदि ये नियम परिपूर्ण हैं, विशेष रूप से कामुकता के उत्तेजित होने से सुरक्षा और आवश्यकता का अस्तित्व, तो ऐसा करना जायज़ है। लेकिन अगर इनमें से कोई भी नियम (क़वायद) पूरा नहीं होता है, तो उसका यह बात करना शरीयत की दृष्टि से निषिद्ध हो जाएगा। “यदि यह उल्लंघन रोज़े की अवस्था में है, तो यह आपके रोज़े को कमी से प्रभावित करेगा। तथा यह एक प्रतिष्ठा वाले समय में होने के कारण, पाप में बहुत बदतर और अधिक गंभीर होगा। क्योंकि रोज़ा रखने वाले के लिए ज़रूरी है कि वह अपने रोज़े को किसी भी ऐसी चीज़ से सुरक्षित रखे जो उसमें ख़राबी या कमी पैदा कर सकती है।”