क्या जद्दा वालों के लिए जायज़ है कि वे बिदाई तवाफ छोड़ दें फिर भीड़ कम होने के बाद उसे करने के लिए दुबारा मक्का आएं ॽ
वह मक्का से यात्रा करना चाहता है फिर भीड़ कम होने के बाद वापस आकर बिदाई तवाफ करेगा
प्रश्न: 14307
अल्लाह की हमद, और रसूल अल्लाह और उनके परिवार पर सलाम और बरकत हो।
हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है।
किसी भी हज्ज करने वाले के लिए बिदाई तवाफ करने से पहलेमक्का से यात्रा करना जायज़ नहीं है।
आदरणीय शैख इब्ने उसैमीन रहिमहुल्लाह से पूछा गया कि क्याजद्दा वालों के लिए मिना से जद्दा प्रस्थान करना फिर कुछ दिनों के बाद बिदाई तवाफके लिए वापस लौटना जायज़ है ॽ
तो आप रहिमहुल्लाह ने उत्तर दिया :
जद्दा वालों या उनके अलावा अन्य लोगों के लिए जायज़ नहीं हैकि वे बिदाई तवाफ करने से पहले अपने देशों को चले जायें फिर जब भीड़ कम हो जाए तोमक्का वापस आएं, उनके लिए अनिवार्य है कि वे मक्का न छोड़ें यहाँ तक कि बिदाई तवाफकर लें, क्योंकि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का फरमान है : “तुममें से कोई व्यक्ति प्रस्थान न करे यहाँ तक कि उसका अंतिम काम खाना काबा का तवाफहो।”इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा कहते हैं : लोग हर तरफ़ से प्रस्थान करते थे, तोआप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया : “तुम में से कोईव्यक्ति प्रस्थान न करे यहाँ तक कि उसका अंतिम काम खाना काबा का तवाफ हो।”मजमूओ फतावा इब्ने उसैमीन (23/353).
बल्कि यदि वह इसके बाद बिदाई तवाफ के लिए लौट कर आता है तोयह उसे लाभ नहीं देगा। शैख इब्ने उसैमीन ने फरमाया : (यदि वह मक्का से जद्दा केइरादे से निकल गया और जद्दा पहुँच गया तो अब अगर वह (विदाई तवाफ के लिए) आए भी तोयह उसे लाभ नहीं देगा, क्योंकि वह बाहर निकल गया और बिदाई ले लिया तो अब बिदाईलेने और प्रस्थान कर जाने के बाद उसे कैसे लाभ देगा।) अंत हुआ।
मजमूओ फतावा इब्ने उसैमीन (23/353).
इस्लाम प्रश्न और उत्तर
स्रोत:
साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर