मेरे दादा दादी (या नाना नानी) मुसलमान हैं। मेरे माता-पिता अपने आपको मुसलमान समझते हैं, किंतु वे समय समय पर नमाज़ पढ़ते और रोज़ा रखते हैं और इस्लाम की सभी शिक्षाओं का पालन नहीं करते हैं। जहाँ तक मेरा संबंध है, तो मैं ने अपनी दादी (या नानी) के साथ नमाज़ सीखना और इस्लाम की शिक्षाएं प्राप्त करना शुरू किया है, और यह मेरा पहला रमज़ान है जिसका मैं रोज़ा रख रही हूँ।
मैं ने अतीत में बहुत से पाप किए हैं तो क्य अल्लाह मेरे कर्तूतों को क्षमा कर देगा ?
हरप्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है ?
जोव्यक्ति तौबा करता है, अल्लाह उसकी तौबा कबूल करता है, और जो अल्लाह की निकटता प्राप्त करता है अल्लाह उसके निकट होजाता, और ऐ मुस्लिमबहन! जब आप ने मार्गदर्शन पा लिया और दीन की ओर लौट आईं और अल्लाह की ओर ध्यान मग्नहो गईं तो अल्लाह की तरफ से तौबा की स्वीकृति और माफी पर खुश हो जायें, अल्लाह सर्वशक्तिमान का फरमान है :
وَإِنِّي لَغَفَّارٌلِمَنْ تَابَ وَآمَنَ وَعَمِلَ صَالِحًا ثُمَّ اهْتَدَى(82[ سورة طه :82].
”और निःसंदेह मैं उसे माफ कर देने वालाहूँ, जो माफी माँगे, ईमान लाये, नेकी के कामकरे और सीधे रास्ते पर भी रहे।” (सूरत ताहा : 82).
इस्लामप्रश्न और उत्तर