कुछ आदमी बाज़ारों में ज़कातुल-फ़ित्र माँग रहे होते हैं और हम नहीं जानते कि वे धर्मनिष्ठ लोग हैं या नहींॽ कुछ अन्य लोग ऐसे होते हैं जिनकी स्थिति अच्छी होती है और उन्हें जो भी ज़कात मिलती है, वे उसे अपने बच्चों पर खर्च करते हैं। उनमें से कुछ वेतन पाने वाले होते हैं, लेकिन वे धार्मिक प्रतिबद्धता में कमज़ोर होते हैं। क्या उन्हें ज़कातुल-फ़ित्र देना जायज़ है या नहींॽ
ज़कातुल-फ़ित्र का भुगतान किसको किया जाना चाहिएॽ
प्रश्न: 27006
अल्लाह की हमद, और रसूल अल्लाह और उनके परिवार पर सलाम और बरकत हो।
ज़कातुल-फ़ित्र ग़रीब मुसलमानों को भुगतान किया जाएगा, अगरचे वे पाप करने वाले ही क्यों न हों, परंतु उनका पाप ऐसा न हो है, जो उन्हें इस्लाम से निष्कासित कर देने वाला हो। तथा उसको लेने वाले की गरीबी में, उसकी बाह्य स्थिति का एतिबार किया जाएगा, भले ही वह आंतरिक रूप से धनवान हो। जो व्यक्ति ज़कातुल फ़ित्र का भुगतान कर रहा है, उसे यथाशक्ति अच्छे ग़रीबों की तलाश करनी चाहिए। अगर उसे बाद में पता चलता है कि जिसने ज़कातुल-फ़ित्र लिया था, वह वास्तव में समृद्ध था, तो ज़कात भुगतान करने वाले को उससे कोई हानि नहीं पहुँचेगी, बल्कि यह उसके लिए पर्याप्त होगी, तथा सर्व प्रशंसा अल्लाह के लिए है।
और अल्लाह ही तौफ़ीक़ (सामर्थ्य) प्रदान करने वाला है।
स्रोत:
इफ्ता और वैज्ञानिक अनुसंधान की स्थायी समिति