
वर्गीकरण
आस्था
इसमें उन विषयों पर आधारित प्रश्नों को प्रस्तुत किया गया है जो उन बातों से संबंधित हैं जिनका एक मुसलमान को अल्लाह सर्वशक्तिमान के प्रति विश्वास और आस्था रखना अनिवार्य है, तथा ईमान (विश्वास) के छह स्तंभों में से शेष और अन्य परोक्षीय बातों, तथा उस आस्था के ख़िलाफ़ और विपरीत बातें जिनसे सावधान रहना चाहिए।
अल्लाह के कथन : (إِنَّ الدِّينَ عِنْدَ اللَّهِ الْإِسْلَامُ) की व्याख्या
सामान्य अर्थ में इस्लाम का मतलब है : सारे संसारों के पालनहार अल्लाह के प्रति समर्पण, अधीनता और आज्ञाकारिता, तथा अकेले उसी की इबादत करना जिसका कोई साझी नहीं है। विशिष्ट अर्थ में इस्लाम से अभिप्राय : वह दीन (धर्म) है जिसे हमारे नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम लेकर आए हैं, और जिसके अलावा अल्लाह किसी से भी कोई और धर्म स्वीकार नहीं करेगा।- 3,933
वह अपने पिता और अपनी फूफियों से बात नहीं करता और न नमाज़ पढ़ता है, तथा अल्लाह तआला के बारे में बुरा ख़्याल रखता है
- 2,427
उस व्यक्ति का खंडन जो यह दावा करता है कि अल्लाह लोगों को यातना देना पसंद करता है
- 2,457
उन लोगों का खंडन जो कहते हैं कि उपासना हर किसी से स्वीकार की जाती है, चाहे उसका अक़ीदा कुछ भी हो
- 3,098
क्या टेलोमेरेस एंजाइम मृत्यु को रोक सकता है?
- 4,332
हज्रे अस्वद को चूमने की हिकमत
- 5,762
क्या हमारे सभी मामलों को अल्लाह को सौंपना अनिवार्य है?
- 6,512
चोर के हाथ काटने और औरत की गवाही को मर्द की गवाही के आधा करार देने पर आपत्ति व्यक्त करना
- 17,946
इसलाम में इबादत की शर्तें
- 41,793
कुफ्र और उसके भेद