मैंने मासिक धर्म के कारण रमज़ान के महीने के छूट जाने वालों रोज़ों की अभी तक क़ज़ा नहीं की। मैं उन दिनों को गिनने में सक्षम नहीं हूँ। तो मुझे क्या करना चाहिए?
उसने अपने ऊपर अनिवार्य रोज़ों की अभी तक क़ज़ा नहीं की
प्रश्न: 11185
अल्लाह की हमद, और रसूल अल्लाह और उनके परिवार पर सलाम और बरकत हो।
ऐ धार्मिक बहन! आपको चाहिए कि प्रबल अनुमान के माध्यम से उनकी संख्या जानने का भरपूर प्रयास करें और आप उतने दिनों के रोज़े रखें जिनके बारे में आपका प्रबल गुमान हो कि आपने उनके रोज़े छोड़ दिए हैं। तथा आप अल्लाह तआला से सहायत और सामर्थ्य का प्रश्न करें। अल्लाह तआला का फरमान है :
لا يُكَلِّفُ اللَّهُ نَفْساً إِلاَّ وُسْعَهَا [البقرة : 286]
“अल्लाह तआला किसी प्राणी पर उसकी शक्ति से अधिक भार नहीं डालता।” (सूरतुल बक़रा : 286)
आप अपनी तरफ से पूरी कोशिश करें, सही संख्या तक पहुँचने के लिए भरपूर प्रयास करें और अपने लिए सावधानी का पहलू अपनाएँ। ताकि आप उतने दिनों के रोज़ें रखें जितने दिनों के रोज़े आपने अपने प्रबल गुमान के अनुसार छोड़ दिए थे। तथा आपको अल्लाह तआला से तौबा करना चाहिए।
और अल्लाह तआला ही सामर्थ्य प्रदान करने वाला है।
स्रोत:
शैख इब्ने बाज रहिमहुल्लाह के फतावों से.