मेरे पास बैंक में कुछ बचत है और उसकी ज़कात निकालने का समय आ गया है। मेरे एक मामा हैं जो क़र्ज़दार हैं और वह अपना क़र्ज़ नहीं चुका सकते। तो क्या मेरे लिए उन्हें अपनी ज़कात देना जायज़ है, ताकि वह अपना क़र्ज़ चुका सकेंॽ क्या मैं उन्हें ज़कात दे सकता हूँॽ
दूसरी बात : क्या मेरे लिए यह जायज़ है कि मैं उन्हें यह बताए बिना ज़कात दे दूँ कि यह पैसा ज़कात का हैॽ