0 / 0
8824/शव्व्ल/1444 , 24/अप्रैल/2023

होश खो देने वाले का रोज़ा रखना

Frage: 37684

क्या मिर्गी (एक बीमारी जिससे प्रभावित व्यक्ति थोड़े समय के लिए चेतना खो देता है) से पीड़ित व्यक्ति के लिए रोज़ा रखना अनिवार्य है।

Inhalt der Antwort

Lob sei Allah, und Frieden und Segen sei auf dem Gesandten Allahs und seiner Familie.

हाँ, उस व्यक्ति पर रोज़ा रखना अनिवार्य है, जो रमज़ान में बेहोशी से पीड़ित हो जाता है। इसकी वजह से उससे रोज़ा समाप्त नहीं होता है।

शैख इब्ने बाज़ रहिमहुल्लाह से पूछा गया :

एक आदमी कुछ घंटों के लिए होश खो देता है, क्या उसपर रोज़ा अनिवार्य है?

तो उन्होंने जवाब दिया :

“यदि वह केवल कुछ घंटों के लिए होश खो देता है, तो उसपर रोज़ा अनिवार्य है, जैसे कि वह व्यक्ति जो (रोज़े की हालत में) थोड़ी देर के लिए सो जाता है। तथा उसका कभी-कभी दिन के दौरान या रात के दौरान होश खो देना, उसपर रोज़े की अनिवार्यता को नहीं रोकता है।” उद्धरण समाप्त हुआ।

“फतावा अश-शैख इब्ने बाज़” (15/210)।

लेकिन अगर उसकी बेहोशी की अवधि लंबी हो जाए यहाँ तक कि वह पूरे दिन (यानी फ़ज्र से सूरज डूबने तक) बेहोश रहे, तो उसका रोज़ा सही (मान्य) नहीं है और उसपर उस दिन की क़ज़ा करना ज़रूरी है। परंतु अगर वह दिन के दौरान होश में आ जाए, तो उसका रोज़ा सही है।

तथा प्रश्न संख्या (12425 ) भी देखें।

Quelle

साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर

answer

Verwandte Themen

at email

डाक सेवा की सदस्यता लें

साइट की नवीन समाचार और आवधिक अपडेट प्राप्त करने के लिए मेलिंग सूची में शामिल हों

phone

इस्लाम प्रश्न और उत्तर एप्लिकेशन

सामग्री का तेज एवं इंटरनेट के बिना ब्राउज़ करने की क्षमता

download iosdownload android