क्या शव्वाल के रोज़े प्रति वर्ष रखने ज़रूरी हैं ?
प्रश्न: 7865
एक व्यक्ति शव्वाल के छ: रोज़े रखता है, उसे कोई बीमारी या कोई रूकावट आ गई या सुस्ती और काहिली के कारण वह किसी साल उसका रोज़ा नहीं रखा, तो क्या उस पर कोई गुनाह है ? क्योंकि हम यह बात सुनते हैं कि जो व्यक्ति किसी वर्ष उसका रोज़ा रख लेता है तो उस के ऊपर उसे न छोड़ना अनिवार्य हो जाता है।
अल्लाह की हमद, और रसूल अल्लाह और उनके परिवार पर सलाम और बरकत हो।
ईद के दिन के बाद शव्वाल के महीने में छ: रोज़े़ रखना सुन्नत है,और जिसने एक बार या उस से अधिक बार उसका रोज़ा रख लिया तो उसके ऊपर निरंतर (अर्थात् प्रति वर्ष)उसका रोज़ा रखना अनिवार्य नहीं हो जाता है,और उसका रोज़ा न रखने वाला गुनाहगार नहीं होता है।
और अल्लाह तआला ही तौफीक़ देने वाला (शक्ति का स्रोत) है। तथा अल्लाह तआला हमारे पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम,आप की संतान और साथियों पर दया और शांति अवतरित करे।
स्रोत:
और अल्लाह तआला ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान रखता है।