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कुर्आन और उसके विज्ञानप्रदर्शित करें›उत्तर: 8उपश्रेणियाँ: 3
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पारिवारिक शास्त्रप्रदर्शित करें›उत्तर: 12उपश्रेणियाँ: 18
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शिष्टाचार, नैतिकता और हृदय विनम्र करने वाले तत्वप्रदर्शित करें›उत्तर: 4उपश्रेणियाँ: 3
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ज्ञान और धर्म-प्रचारउपश्रेणियाँ: 2
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सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्यायेंप्रदर्शित करें›उत्तर: 8उपश्रेणियाँ: 2
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इतिहास और जीवनीप्रदर्शित करें›उत्तर: 4उपश्रेणियाँ: 3
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शिक्षा
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रोगी की नमाज़
बीमारी के कारण दो नमाज़ों को एकसाथ पढ़ना
2,789सलसुल-बौल (मूत्र असंयम) से पीड़ित व्यक्ति की पवित्रता और नमाज़
जिस किसी को ह़दस (नापाकी) की शिकायत निरंतर रहती हो, जैसे सलसुल-बौल का रोगी, तो अधिकांश विद्वानों ने सलसुल बौल के रोगी को मुस्तह़ाज़ा अर्थात अनियमित गैर-मासिक रक्तस्राव से पीड़ित महिला के समान नियमों के अंतर्गत आने वाला माना है। और वह : – नापाकी (अशुद्धता) को फैलने से रोकने वाले साधनों का प्रयोग करते हुए – प्रत्येक नमाज़ के समय वुज़ू करेगा तथा अपने उस वुज़ू के साथ जितना भी चाहे फ़र्ज़ (अनिवार्य) एवं नफ़्ल नमाज़ें पढ़ेगा। यदि मान लिया जाए कि सलसुल-बौल से पीड़ित व्यक्ति ने वुज़ू किया, फिर उसके बाद पेशाब का कुछ भी क़तरा नहीं निकला और दूसरी नमाज़ का समय शुरू होगया, तो उसके लिए दोबारा वुज़ू करना ज़रूरी नहीं है, बल्कि वह अभी भी अपने पहले वुज़ू पर बाक़ी है। तथा उसके लिए दो नमाज़ों को एकत्र करने की (भी) अनुमति है।1,177क्या रोगी के लिए तयम्मुम करने या दो से अधिक नमाज़ों को एकत्रित करने या अशुद्ध डायपर के साथ नमाज़ पढ़ने का अनुमति हैॽ
3,922वह गर्भवती है और रुकू’ और सजदा नहीं कर सकती
5,390उस बीमार व्यक्ति की नमाज़ का तरीक़ा जो अगर खड़ा है तो वह बैठने में सक्षम नहीं है, और यदि वह बैठा हुआ है तो वह खड़े होने में सक्षम नहीं है?
2,891उस व्यक्ति के लिए सलाह और निर्देश, जिसका अल्लाह ने शारीरिक विकलांगता के साथ परीक्षण किया है और क्या अगर विकलांग व्यक्ति बैठकर नमाज़ पढ़ता है, तो उसके लिए आधा सवाब लिखा जागाॽ
2,610