पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम रमज़ान के दौरान या किसी अन्य समय में (रात की नमाज़) ग्यारह रकअत से अधिक नहीं नहीं पढ़ते थे
महिलाओं के लिए तरावीह की नमाज़ का हुक्म
ज़कातुल-फ़ित्र किन लोगों को दिया जाएगा
तरावीह की नमाज़ की रकअतों की संख्या
ज़कातुल-फ़ित्र निकालने में किस समय का एतिबार किया जाएगा?
तरावीह की नमाज़ की फज़ीलत
मासिक धर्म को रोकने वाली गोलियों के कारण उसकी आदत बिगड़ गई। तो अब वह नमाज़ और रोज़े के संबंध में क्या करे?
वह रमज़ान में नाक की बूंदों के बिना नहीं रह सकती
क्या सख्त बीमारी के कारण रोज़ा तोड़ देने वाली लड़की गुनाहगार होगी?
रमज़ान से पहले क्षमा माँगने के संदेशों का क्या हुक्म हैॽ
उसने रोज़ा रखा जबकि उसे मासिक धर्म से शुद्धता में संदेह था
भूख या प्यास के कारण रोज़ा तोड़ने का क्या हुक्म है?
रमज़ान में दिन के दौरान वैकल्पिक सर्जरी कराने का हुक्म
उसके निफास का रक्तस्राव बंद हो गया, फिर उसने खून की कुछ बूंदें देखीं, तो ऐसी स्थिति में उसके रोज़े का हुक्म क्या है?
वह सोचता है कि उसने रोज़ा रखा लेकिन वह नीयत का नवीकरण करना भूल गया
क्या कफ़्फ़ारा में बच्चों को खाना खिलाना पर्याप्त हैॽ
यदि निफास वाली महिला चालीस दिनों से पहले पवित्र हो जाती है, तो उसे ग़ुस्ल करना चाहिए और नमाज़ पढ़ना चाहिए और रोज़ा रखना चाहिए
शाबान के रोज़े को रमज़ान के साथ मिलाना
रमज़ान शुरू होने से एक या दो दिन पहले रोज़ा रखने से निषेध
उसकी बहन को डाउन सिंड्रोम है तो क्या रोज़ा न रखने के कारण उसके लिए कफ़्फ़ारा अनिवार्य हैॽ
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